मेथी(fenugreek) का डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल में उपयोग


किसी जमाने में 'इथिओपिया में उत्पत्र होकर

भारत में आने वाली 'मेथी आज पूरे विश्व में अपनी

धूम मचा चुकी है और शोध के बाद उसके औषधीय

गुणों पर वैज्ञानिक अपनी मुहर लगाते जा रहे हैं।

भाव प्रकाश ग्रन्थ में आचार्य भाव मिश्र ने लिखा है मेथिका वातशमनी श्लेष्मघ्नी ज्वरनाशिनी।

Fenugreek uses only chikitsa
Fenugreek uses@onlychikitsa


अर्थात- मेथी वायु का शमन करने वाली कफ को

दूर करने वाली,ज्वर को नष्ट करने वाली होती है।

इसे भाषा भेद से विभिन्न नामों से जाना जाता है

विभिन्न  भाषा में नाम:-

संस्कृत-        नामों से जाना जाता है


संस्कृत- 

संस्कृत- मेथिका, मेथी, पीतबीजा

हिन्दी में- मेथी

तेलगू में- मेंतिकूरा

तामिल में- वेन्दयम्

कन्नड़ में- मेन्तिया

मलयालम में- वेन्तियम्

अंग्रेजी में-फेनुग्रीक

लैटिन में- ट्राइगोनेला फीनग्रीकम

मेथी की उत्पत्ति पूरे भारत वर्ष में होती है।

इसकी पहचान लिखना इसलिए आवश्यक नहीं है.

कि सभी जगह इसकी सब्जी-भाजी बिकती है। बीजों

का उपयोग हर रसोई घर में होता है। यद्यपि हर

गृहणी छौंक-बधार के लिए 'मेथी' का उपयोग करती.

है किन्तु वैज्ञानिकों ने इसके औषधीय गुणों का

परीक्षण कर इसे रसोईघर से बाहर निकालकर एक

विशिष्ट औषधि के रूप में प्रस्तुत कर दिया।

देश और विदेश में 20 से अधिक शोध संस्थानों

के वैज्ञानिकों ने लम्बे शोध के बाद निष्कर्ष निकाला

है कि मेथी के पाउडर के रूप में बनाकर रोज 15 से

90 ग्राम सेवन करने से रक्त शर्करा नियंत्रित रहती

है। इतना ही नहीं यह दिल के खतरनाक

कोलेस्ट्राल ट्राइग्लिसराइड को कम करता है।

शोध में वैज्ञानिकों ने मेथी का असर जानने के

निशा मधमेह से प्रस्त-मरीजों को दो भागों में बांट

दिया। एक वर्ग के मरीजों को खाने के लिए

मेथी का पाउडर दिया गया। जबकि दूसरे वर्म

के मरीजों को केवल भोजन नियंत्रण एवं

व्यायाम पर रखा गया।

दो माह बाद उनमें ब्लडशुगर एच.बी.वन सी.

इंसुलिन संवेदनशीलता सहित कई परीक्षण किए

गये। परीक्षण में देखा गया कि मेथी पर रखे गये.

मरीजों पर काफी सुधार हुआ। वैज्ञानिकों ने इस

रिसर्च को मान्यता देते हुये जर्नल ऑफ एसोसिएशन

ऑफ इण्डिया (जापी) में स्थान दिया। 

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 मेथी के रसयनिक संगठन :- 

Chemical composition of Fenugreek 

 वैज्ञानिक शोधों के अनुसार मेथी के सूखे पंचांग का रासायनिक संगठन इस प्रकार है प्रोटीन 16% जिसमें से इसके ग्लोब्युलिन में हिस्टीडीन की काफी मात्रा रहती है इसके एल्बुमिन भाग में फास्फोरस और गंधक होता है पत्तियों में अनेक पोषक तत्व पाए जाते हैं। बीजों में नमी लगभग 14 पर्सेंट प्रोटीन 26 पर्सेंट वसा 6 परसेंट फाइबर 7 परसेंट कार्बोहाइड्रेट 44 परसेंट होते हैं खनिजों में कैल्शियम फास्फोरस ,आयरन ,सोडियम और पोटेशियम होते हैं विशेषज्ञों का कहना है कि मेथी में 4-hydroxy आइसोल्यूसीन नामक रसायन होता है यह एक तरह का है एमिनो एसिड होता है जो पैंक्रियाज के बीटा कोशिकाओं पर प्रभाव डालता है और इंसुलिन की संवेदनशीलता को बढ़ा देता है। इस प्रकार से पैंक्रियास की एक्टिविटी में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जिससे ब्लड शुगर का कंट्रोल होता है।

मेथी के उपयोग  :-

सूजन और दर्द में :- 

सूजन और दर्द में मेथी का अच्छा उपयोग है ।वैज्ञानिक अनुसंधान में यह बात प्रमाणित हो चुकी है मेथी के पाउडर का पेस्ट बनाकर लगाने से सूजन और दर्द मे आराम होता है।

 दूध बढ़ाने में उपयोगी है  :-

 डिलीवरी के बाद जिन माताओं को दूध कम निकलता है या नहीं निकलता है। उन्हें मेथी के चूर्ण 5 ग्राम चीनी या मिश्री 5 ग्राम मिलाकर गुनगुने दूध से दिन में दो तीन बार सेवन कराने से दूध की वृद्धि हो जाती है भारत के ग्रामीण इलाकों में आज भी मेथी के लड्डू प्रसव के बाद खिलाने का रिवाज है।

शरीर के दर्द में  :-

वर्षा ऋतु में शरीर में वायु की वृद्धि हो जाती है ।जिससे कभी कभार पूरे शरीर में दर्द होता है ।यह दर्द या तो आस्थाई होता है या बना रहता है । जिन्हें यह परेशानी हो वह मेथी चूर्ण का लाभ उठा सकते हैं । 5 से 10 ग्राम मेथी चूर्ण गर्म पानी से दिन में दो बार रोज ले । मेथी के चाय बनाकर सेवन कर सकते हैं ।यह घरेलू प्रयोग है,यह पेन किलर के रूप में काम करता है जो नुकसान भी नहीं करता है।

 मधुमेह रोग में  :- 

मधुमेह के रोगियों को तो यह अवश्य लाभकारी है। जिसका प्रयोग और रिसर्च आप ऊपर पढ़ चुके हैं । इसलिए मेथी के पाउडर का इस्तेमाल मधुमेह के रोगियों को निश्चित ही करना चाहिए ।

कोलेस्ट्रॉल की वृद्धि में :-  

अनियमित आहार-विहार के कारण कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि होती है। जिसका परिणाम हृदय रोग होते हैं। ह्रदय की सर्जरी तक करानी पड़ सकती है ।मेथी के चूर्ण का उपयोग करने से इसमें बचाव होता है। दो दो चम्मच मेथी का चूर्ण गर्म पानी से दो बार ले। इससे कोलेस्ट्रॉल में कमी होती है।

 घुटने के दर्द में मेथी पाउडर काम करता है मेथी के पाउडर का उपयोग करने से मोटापा भी कम होता है 

कब्ज में गुणकारी है :-  

मेथी के पाउडर और मिश्री को मिलाकर भोजन के बाद रोज गुनगुने पानी से लेने से कब्ज दूर होता है ।

इस परकार से मेथी सिर्फ सब्जी के लिए ही नहीं शरीर के स्वास्थ्य के लिए भी उपयोगी है। जिसका उपयोग करके आप मधुमेह और ह्रदय रोगों से दूर रह सकते हैं।